tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post168300795939151102..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: दिवंगत के लिए सौभाग्य की तलाशविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-42825316744750281082011-04-29T22:52:40.587+05:302011-04-29T22:52:40.587+05:30सच मे हमे इन बातो पर ध्यान देना चाहिये, धन्यवादसच मे हमे इन बातो पर ध्यान देना चाहिये, धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-21697802984773611122011-04-29T14:31:41.132+05:302011-04-29T14:31:41.132+05:30वैसे तो शायद मृतक के लिए श्री यानि ''स्व....वैसे तो शायद मृतक के लिए श्री यानि ''स्व. श्री ...'' लिखा जाना भी उपयुक्त नहीं, लेकिन यहां व्याकरण पर भावना हावी होती है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-42014437288223288812011-04-29T10:25:34.050+05:302011-04-29T10:25:34.050+05:30इसी प्रकार मृत व्यक्ति के लिए चि. (चिरंजीव) शब्द द...इसी प्रकार मृत व्यक्ति के लिए चि. (चिरंजीव) शब्द देखा है. दरअसल कई शब्द अपने असली अर्थ खो कर किसी और अर्थ में रूढ़ हो जाते है सौ. का. विवाहिता स्त्री के लिए और चि. कम उम्र के व्यक्ति के लिए प्रयुक्त होने लगा है. ज्यादातर लोग शब्दों पर ध्यान नहीं देते है. बस प्रयोग करते रहते है.शोभाhttps://www.blogger.com/profile/12010109097536990453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-60451237937690193692011-04-29T09:39:14.509+05:302011-04-29T09:39:14.509+05:30ऐसी असावधानी से बचना चाहिये।ऐसी असावधानी से बचना चाहिये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-5753016215542750872011-04-29T06:08:34.741+05:302011-04-29T06:08:34.741+05:30कम से कम अखबारों को सावधान रहना चाहिये.कम से कम अखबारों को सावधान रहना चाहिये.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com