tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post2154388459013033322..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: एक फेसबुकिया अनुभव यह भीविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-3797452525031830562012-04-22T17:59:25.985+05:302012-04-22T17:59:25.985+05:30आपकी टिप्पणी ने आनन्द ला दिया। धन्यवाद।
काश! ...आपकी टिप्पणी ने आनन्द ला दिया। धन्यवाद। <br /><br />काश! 'फ्रेण्ड' बनाने, न बनाने के मामले में मैं आप जैसा हो पाता।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-20293243144222592452012-04-22T12:01:51.676+05:302012-04-22T12:01:51.676+05:30हा हा हा.. आपने सही कहा - "यह तो चौराहे पर जम...हा हा हा.. आपने सही कहा - "यह तो चौराहे पर जमी गप्प गोष्ठी या अड्डेबाजी जैसा मामला है जिसमें कोई भी, कभी भी आकर शामिल हो सकता है, बातें सुन सकता है, चाहे तो अपनी बात भी कह सकता है, जब तक ‘रस’ आए तब तक मौजूद रह सकता है वर्ना किसी को नमस्कार किए बिना, किसी से अनुमति लिए बिना रवाना हो सकता है"<br /><br />इसमें मैं अपनी एक बात और जोड़ देता हूँ, जब कोई भला सा ना लगे तो उसे ब्लोक करने में भी कोताही ना बरते. और मित्रों कि संख्या उतनी भी ना बढ़ा लें की आप हर किसी के बारे में जान ना सकें! :-)<br /><br />आपका प्रोफाईल कई दफे फेसबुक पर देखा हूँ, मगर कभी फ्रेंड रिक्वेस्ट नहीं भेजा.PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-74555031046045883262012-04-21T12:13:42.119+05:302012-04-21T12:13:42.119+05:30आपने तो वह कह दिया जिसके बारे में सोचा भी नहीं था।...आपने तो वह कह दिया जिसके बारे में सोचा भी नहीं था। आपने किसी के लिए कुछ कहने को छोडा ही नहीं।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-69636007434226339072012-04-21T12:11:53.248+05:302012-04-21T12:11:53.248+05:30इतना ही नहीं, ऐसे-ऐसे भी मित्र जो न तो मित्र हैं औ...इतना ही नहीं, ऐसे-ऐसे भी मित्र जो न तो मित्र हैं और न ही कभी होंगे (और यह बात मैं तो जानता ही हूँ, 'वे' भी जानमे हैं)। आपकी यह बात गॉंठ बॉंध ली कि भीड से उम्मीद करना नासमझी है। दरअसल, मैं सबको विवेकवान मान कर चलता हूँ। किन्तु यह तो मेरी ही गलती है। 'उन बेचारों' का कोई दोष नहीं।<br /><br />आपकी बात से ताकत मिली - इससे भी बदतर अनुभव का समाना करने की। अब तो मैं 'उसकी' भी प्रतीक्षा करूँगा।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-47731247399732053312012-04-21T11:22:06.476+05:302012-04-21T11:22:06.476+05:30'फेस' मर्दाना हो या ज़नाना हो,
'बुक...'फेस' मर्दाना हो या ज़नाना हो,<br />'बुक' किया तो निबाहना होगा,<br />'तीसरा' ही अगर निकल आया !<br />देना खुद को 'उलाहना' होगा !!<br />http://aatm-manthan.comMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-32153233410670436822012-04-20T19:42:47.677+05:302012-04-20T19:42:47.677+05:30६४६ मित्र और वे भी भीड़ में से .....
मैं अचंभित हू...<b>६४६ मित्र और वे भी भीड़ में से .....<br />मैं अचंभित हूँ कि आप भीड़ से और क्या उम्मीद करते थे ...???<br />सादर </b>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-11129685212041957522012-04-20T12:14:54.303+05:302012-04-20T12:14:54.303+05:30सार्थक पोस्ट, आभार.
कृपया मेरे ब्लॉग"meri k...सार्थक पोस्ट, आभार.<br /><br />कृपया मेरे ब्लॉग"meri kavitayen" की १५० वीं पोस्ट पर पधारें और अब तक मेरी काव्य यात्रा पर अपनी राय दें, आभारी होऊंगा .S.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-2223454596073028162012-04-20T12:13:17.764+05:302012-04-20T12:13:17.764+05:30ha ha ha ..... inko chalta karen .... lekin satark...ha ha ha ..... inko chalta karen .... lekin satarktaa banaye rakhe naye mitro ko jodte samayवल्कलhttps://www.blogger.com/profile/10916645706304813214noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-36078401018427636572012-04-20T09:14:28.005+05:302012-04-20T09:14:28.005+05:30Kya kar sakte hain aise logon ka....?Kya kar sakte hain aise logon ka....?Rishabh Jhalaninoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-71800344410712847032012-04-20T07:49:42.646+05:302012-04-20T07:49:42.646+05:30अप्राकृतिक मानसिकता, कृपया इन्हे तुरंत अपनी मित्रत...अप्राकृतिक मानसिकता, कृपया इन्हे तुरंत अपनी मित्रता सूची से हटाए। वार्ता शेयर करने के आपके साहस को नमन।B M kurwadehttps://www.blogger.com/profile/18176933599088862281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-16465021563640631552012-04-20T07:06:18.535+05:302012-04-20T07:06:18.535+05:30यह वर्चुअल दुनिया का सच है, यहाँ पर व्यक्ति अपनी क...यह वर्चुअल दुनिया का सच है, यहाँ पर व्यक्ति अपनी कुँठा मिटाना चाहता है।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-84620477964280911822012-04-20T07:04:56.211+05:302012-04-20T07:04:56.211+05:30नये रंग-रूप के साथ नई-नई बातें, कायम रहे आपकी खुशी...नये रंग-रूप के साथ नई-नई बातें, कायम रहे आपकी खुशी.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-84593435895608482572012-04-20T07:04:43.699+05:302012-04-20T07:04:43.699+05:30ऐसों को शीघ्रतम विदा दें..ऐसों को शीघ्रतम विदा दें..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com