tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post3797995505574364927..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: विवश कर दिया भुवनेश नेविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-63272243433035764502009-02-22T22:11:00.000+05:302009-02-22T22:11:00.000+05:30सुन्दर कविता!सुन्दर कविता!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-12863174517435420092009-02-22T18:27:00.000+05:302009-02-22T18:27:00.000+05:30विष्णु भैया अच्छा लगा भुवनेश जी के बारे मे जानकर औ...विष्णु भैया अच्छा लगा भुवनेश जी के बारे मे जानकर और उनकी कविता पढकर।सच मे लगता है जैसे बचपन का अपहरण बड़ो ने कर लिया है।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-42363514956718412242009-02-22T17:45:00.000+05:302009-02-22T17:45:00.000+05:30बहुत आभार विष्णू जी आपका, अपने मित्र भुवनेश जी से ...बहुत आभार विष्णू जी आपका, अपने मित्र भुवनेश जी से परिचित करवाने का एवं उनकी जबरदस्त रचना पढ़वाने का:<BR/><BR/>हम तो सिर्फ<BR/>बचपन को जल्दी से जल्दी<BR/>बड़ा करने की होड़ में हैं।<BR/><BR/>-कितने गहरी बात है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-70983370055418645562009-02-22T15:29:00.000+05:302009-02-22T15:29:00.000+05:30भुवनेश जी , बचपन के बिखरते तार पर आप द्वारा लिखी ...भुवनेश जी , <BR/>बचपन के बिखरते तार पर आप द्वारा लिखी गई कविता अच्छी लगी . <BR/>कभी जवानों के खोते जोश पर भी कोई कविता लिखे . <BR/>लतिकेश <BR/>मुंबईlatikeshhttps://www.blogger.com/profile/04046122971331031470noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-68638818428319811982009-02-22T14:24:00.000+05:302009-02-22T14:24:00.000+05:30भुवनेश जी कि कविता सुंदर थी. सच में बचपन को ग्रहण ...भुवनेश जी कि कविता सुंदर थी. सच में बचपन को ग्रहण लग गया है. हमने गगन शर्मा जी कि बात को आत्मसात कर लिया है. ३ या ४ दिनों के अंतराल में ही कुछ पोस्ट करते हैं. इस बीच प्यार मोहब्बत बनाये रखने के लिए टिपियाते रहते हैं. पढने के लिए समय भी मिल जाता है. आभार.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-77796399616940713792009-02-22T14:02:00.000+05:302009-02-22T14:02:00.000+05:30बचपन को जल्दी से जल्दीबड़ा करने की होड़ में हैं।उसे ...बचपन को जल्दी से जल्दी<BR/><BR/>बड़ा करने की होड़ में हैं।<BR/><BR/>उसे एक चूहा दौड़ में<BR/><BR/>शामिल कर देने की तेज होती दौड़ में हैं।<BR/><BR/>bahut achcha likha hai...inehe bhi blogging me le aainMANVINDER BHIMBERhttps://www.blogger.com/profile/16503946466318772446noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-49593655171182468222009-02-22T13:52:00.000+05:302009-02-22T13:52:00.000+05:30ब्लोग के नशे से हम सभी ग्रसित हैं। फिर भी स्वास्थय...ब्लोग के नशे से हम सभी ग्रसित हैं। <BR/>फिर भी स्वास्थय का ख्याल रखें।गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.com