tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post4073801109643246878..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: राजनीतिक हथियार तो नहीं बना लेंगे सिविल सोयायटी को?विष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-957301320714295302011-06-24T09:13:48.739+05:302011-06-24T09:13:48.739+05:30@ क्या सबके सब, संसद में एकजुट होकर ‘सिविल सोसायटी...@ क्या सबके सब, संसद में एकजुट होकर ‘सिविल सोसायटी’ (और उसके जरिए देश के तमाम लोगों) को ठग लेंगे?<br /><br />आपकी चिंता से सहमत होते हुए यह कहूँगा कि जिन्होंने पहले ही अपना ज़मीर बेचकर देश को ठगा हुआ है वे ज़रूर अपनी घाघदृष्टि लगाये बैठे होंगे मगर ‘सिविल सोसायटी’ का मुख्य उद्देश्य तो ऐसे लोगों पर काबू पाना ही है तो प्रयास करने में क्या हर्ज़ है? <br /><br />जहाँ तक स्वीकृति की बात है तो अगर प्रपोज़ल में और भी सुधार सम्भव है तो जस का तस स्वीकारने की आवश्यकता किसी को भी नहीं है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-1412837060155356092011-06-16T09:52:51.046+05:302011-06-16T09:52:51.046+05:30जो बडवानल पूरे देश को निगल जाएगा, उसे रोकने के प्र...जो बडवानल पूरे देश को निगल जाएगा, उसे रोकने के प्रति कुछ चिंतन तो प्रारंभ हुआ. वैसे ऐसे मामलों में राजनीती तो सभी दल करेंगे ही.भविष्य के प्रति आशान्वित ही रहें.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-16379219442099696382011-06-14T11:10:02.929+05:302011-06-14T11:10:02.929+05:30अन्ना हजारे जी ने जब अनशन की घोषणा की थी तभी प्रम...अन्ना हजारे जी ने जब अनशन की घोषणा की थी तभी प्रमुख राजनैतिक दलों ने उनके समर्थन की घोषणा कर दी थी। इसी कारण तो कांग्रेस कह रही है कि इन्हें भाजपा का समर्थन है। आप यदि उन दिनों के मीडिया फुटेज या समाचार पत्र देखेंगे तो पता लग जाएगा। अन्ना जी का आंदोलन कमजोर ना पड़े इसी कारण वर्तमान में सभी दल मौन है, नहीं तो फिर वही राग अलापा जाएगा कि अन्ना इन-इन के मुखौटे हैं।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-88036588341017062642011-06-14T10:31:39.978+05:302011-06-14T10:31:39.978+05:30@ajit gupta
आपकी सूचनाऍं मेरे लिए सर्वथा नई हैं। ...@ajit gupta<br /><br />आपकी सूचनाऍं मेरे लिए सर्वथा नई हैं। <br /><br />मुझ पर कृपा करें और तनिक वे सन्दर्भ उपलब्ध कराऍं कि किस राजनीतिक दल ने कब, 'सिविल सोसायटी' के मसौदे को अपना समर्थन घोषित किया है। आपकी सूचनाओं से मैं ही नहीं, मेरे मित्र मण्डल के कई लोग लाभान्वित होंगे और 'सिविल सोसायटी' के लिए और अधिक समर्थन जुटाया जा सकेगा।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-31969726724806596462011-06-14T10:22:05.628+05:302011-06-14T10:22:05.628+05:30@MANINDRA TIWARI
आप बिलकुल ठीक कह रहे हैं किन्त...@MANINDRA TIWARI <br /><br />आप बिलकुल ठीक कह रहे हैं किन्तु इसका समानान्तर सख्च यह भी है कि विधेयक का मसौदा जो भी हो, उसे पारित तो संसद ही करेगी। इसलिए यह अन्देशा बराबर बना हुआ है कि 'सिविल सोसायटी' की मौजूदा कार्रवाई का उपयोग सरकार के विरुध्द अपनी राजनीति करने के बाद भाई लोग संसद में चुप हो जाऍं। मुझे इसी खतरे की चिन्ता है।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-8560508870611681532011-06-12T15:13:31.653+05:302011-06-12T15:13:31.653+05:30नहीं नहीं ऐसा नहीं होगा,वैसे भी यह प्रयास जितना गै...नहीं नहीं ऐसा नहीं होगा,वैसे भी यह प्रयास जितना गैर राजनितिक रहे अच्छा है वैसे भी कौन समर्थन करे देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के तो समर्थन करते ही सभी कांग्रेसी इसे संघ का आन्दोलन कहने लगेंगे और फिर वही वाद विवाद शुरू हो जाएगा और सरकार मुख्य मुद्दे से लोगों का ध्यान बंटा देगी जैसा बाबा के आन्दोलन के साथ हुआ.अरे बाबा महत्वाकांक्षी हैं, बाबा ११०० करोड़ कमाते हैं इत्यादि,कालाधन और भ्रष्टाचार की बात गयी सिब्बल और सहाय के डस्ट् बिन में.MANINDRA TIWARIhttp://thesaara.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-46214347991551789242011-06-11T21:56:45.272+05:302011-06-11T21:56:45.272+05:30आप तो बहुत दूर की सोचते है । आपका सोचना सही हैआप तो बहुत दूर की सोचते है । आपका सोचना सही हैBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-59397134596289891612011-06-11T21:45:54.767+05:302011-06-11T21:45:54.767+05:30जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती, कुछ कहा नहीं जा ...जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती, कुछ कहा नहीं जा सकता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-24140590211753725192011-06-11T14:52:18.817+05:302011-06-11T14:52:18.817+05:30सचमुच आसार अच्छे नहीं|सचमुच आसार अच्छे नहीं|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-42338488996867238872011-06-11T13:07:10.759+05:302011-06-11T13:07:10.759+05:30अब और राजनीति करने को इस देश में बचा ही क्या है? ...अब और राजनीति करने को इस देश में बचा ही क्या है? सब तो स्विस बैंक में जना है :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-53984171127601846542011-06-11T11:43:15.554+05:302011-06-11T11:43:15.554+05:30जब विरोधी दल समर्थन की बात करते हैं तो उस मुद्दे क...जब विरोधी दल समर्थन की बात करते हैं तो उस मुद्दे को राजनैतिक बनाकर समाप्त करने के लिए पूरा प्रयास कर लिया जाता है। विरोधी दल तो पूर्व में ही कह चुके हैं कि हम पूर्ण समर्थन देंगे। हमें तो बुद्धिजीवियों की मानसिकता ही समझ नहीं आती है। समर्थन दो तो गलत, चुप रहो तो गलत, क्या हम केवल सरकार के पक्ष में बोलने के लिए ही बने हैं?अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-20086378788860997802011-06-11T10:04:46.624+05:302011-06-11T10:04:46.624+05:30यहां हर शख्स ( राजनितिज्ञ ) हर पल हादसा ( पोल खोल...यहां हर शख्स ( राजनितिज्ञ ) हर पल हादसा ( पोल खोल ) होने से डरता है, खिलौना है जो मिट्टी का फना होने से डरता है ।पंकज सुबीरhttps://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-75873645664093969902011-06-11T09:37:27.061+05:302011-06-11T09:37:27.061+05:30सचमुच आसार अच्छे नहीं !सचमुच आसार अच्छे नहीं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-165606321517526042011-06-11T06:57:51.943+05:302011-06-11T06:57:51.943+05:30आपकी फ़िक्र बजा है बैरागी जी, 'मन' को '...आपकी फ़िक्र बजा है बैरागी जी, 'मन' को 'अनशन' करवाने की आवश्यकता है.<br /><br />'सिविल' को सभ्य कहते, शिष्ट कहते सविनय कहते,<br />किसी 'सोसायटी' में गर ये सारे गुण रहे होते,<br />किसी नेता की चालाकी से आशंकित नहीं होते,<br />भ्रष्ट होता किसी का आचरण न यूं दुखी होते ! <br /><br />http://aatm-manthan.comMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.com