tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post8314653114843427302..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: चोरों को दे दी खेत की रखवालीविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-86673743585411671832012-08-09T04:58:41.288+05:302012-08-09T04:58:41.288+05:30फेस बुक पर, श्री सुरेशचन्द्र करमरकर, रतलाम की टिप...फेस बुक पर, श्री सुरेशचन्द्र करमरकर, रतलाम की टिप्पणी -<br /><br />बड़े दिन से आज तुम्हारा ब्लॉग पढ़ पाया हूँ। कारण, लैपटॉप ख़राब हो गया था। वह ऐसे अच्छे शागिर्द बने रहो।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-35815659995251332512012-07-29T14:50:59.960+05:302012-07-29T14:50:59.960+05:30फेस बुक पर श्री शरद श्रीवास्तव, मुम्बई की टिप्प...फेस बुक पर श्री शरद श्रीवास्तव, मुम्बई की टिप्पणी -<br /><br />एक पाठ जो सभी प्रौढ़ प्रशिक्षकों के लिये ज़रूरी है।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-21714941494181292692012-07-29T14:50:09.563+05:302012-07-29T14:50:09.563+05:30फेस बुक पर श्री दिनेश राय द्विवेदी, कोटा की टिप्प...फेस बुक पर श्री दिनेश राय द्विवेदी, कोटा की टिप्पणी -<br /><br />बेहतरीन।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-2473057227288674192012-07-29T09:20:56.929+05:302012-07-29T09:20:56.929+05:30वैसे प्रशिक्षक के लिए प्रशिक्षर्तियों को बांधे रखन...वैसे प्रशिक्षक के लिए प्रशिक्षर्तियों को बांधे रखने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है. (स्वयं का अनुभव)P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-90744537368487190092012-07-29T06:50:47.906+05:302012-07-29T06:50:47.906+05:30प्रशिक्षण सत्र, खासकर जब वह वयस्क-प्रौढ़ों के लिए...प्रशिक्षण सत्र, खासकर जब वह वयस्क-प्रौढ़ों के लिए हो, उसे रोचक और जीवन्त बनाना, पहली आवश्यकता होती है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-62590119341726335622012-07-29T06:17:59.571+05:302012-07-29T06:17:59.571+05:30वाह, अत्यन्त रोचक..वाह, अत्यन्त रोचक..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com