अभिनन्दन

बेशक नई सुबह का,

गुण गान हम करें।

उगते हुए सूरज का भी,

मान हम करें।

जो लड़ रहा था रात से,

प्रभात के लिए,

उस दीप का भी दोस्तों,

सम्मान हम करें।

दीप पर्व पर हार्दिक अभिनन्दन एवम् शुभ-कामनाएँ
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(प्रस्तुत पंक्तियाँ, मालवा के लोकप्रिय और सुपरिचित कवि-गीतकार श्री सुरेश श्रोत्रिय ‘प्रवासी’ की हैं।)

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4 comments:

  1. बहुत सुंदर --- आप सब को भी दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं और इस इश्वर से यही प्रार्थना है कि आने वाला नूतन वर्ष आप के हर प्रकार की खुशियां, खुशहालीयां एवं हरियालीयां लेकर आए और आप की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएं। ------आमीन !!!

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  2. समझ का जलाएं दीप
    संवेदना की बाती से
    सहयोग के घृत में भिगो आओ ,
    हम सभी मनाएं उत्सव रौशनी का । * * * * * * * * * * * * * * * * * * जय हो , शुभ हो । - जसएकला

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  3. बहुत सुंदर! आपको भी दीपावली की शुभकामनाएं!

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  4. पल पल सुनहरे फूल खिले , कभी न हो कांटों का सामना !
    जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे , दीपावली पर हमारी यही शुभकामना !!

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