tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post171006960393646090..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: बधाई याने धन्यवाद याने क्या फर्क पड़ता है?विष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-12636554207845936832011-12-02T09:34:27.810+05:302011-12-02T09:34:27.810+05:30रख लीजिए 'बधाई' को एडवांस समझ के,
मिलती है...रख लीजिए 'बधाई' को एडवांस समझ के,<br />मिलती है अगर मुफ्त में, कहकर के धन्यवाद,<br />'दीप्ति' कथनानुसार है 'अँगरेज़दां' अगर, <br />दे डाले धन्यवाद जब 'पापा' कभी बने!Mansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-56958822647888401492011-12-01T08:09:20.771+05:302011-12-01T08:09:20.771+05:30रख लीजिए 'बधाई' को एडवांस समझ के,
मिलती है...रख लीजिए 'बधाई' को एडवांस समझ के,<br />मिलती है अगर मुफ्त में, कहकर के धन्यवाद,<br />'दीप्ति' कथनानुसार है 'अँगरेज़दां' अगर, <br />दे डाले धन्यवाद जब 'पापा' कभी बने! <br /><br />http://aatm-manthan.comMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-73226090873910098752011-11-30T20:10:28.080+05:302011-11-30T20:10:28.080+05:30अजब गजब लोग ..अजब गजब लोग ..संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-10329408077650216562011-11-30T19:04:58.090+05:302011-11-30T19:04:58.090+05:30बधाई. धन्यवाद. ओह, धन्यवाद. बधाई. :)बधाई. धन्यवाद. ओह, धन्यवाद. बधाई. :)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-49852155497028908482011-11-30T15:36:48.314+05:302011-11-30T15:36:48.314+05:30हिन्दी के शब्दों का ग़लत प्रयोग करना एक स्टेटस सिं...हिन्दी के शब्दों का ग़लत प्रयोग करना एक स्टेटस सिंबल बन चुका हैं। जैसे ही कोई हिन्दी का ग़लत प्रयोग करता हैं और लोग उसे पकड़ते वो ये मान लेता है कि सामनेवाला समझ गया कि उसकी अंग्रेज़ी बहुत शानदार होगी। आखिर हिन्दी जो ग़लत बोल रहा है...Diptihttps://www.blogger.com/profile/18360887128584911771noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-1616098344871104682011-11-30T11:54:54.942+05:302011-11-30T11:54:54.942+05:30बहुत बधाई इतना अच्छा लेख लिखने के लिये। बहुत धन्यव...बहुत बधाई इतना अच्छा लेख लिखने के लिये। बहुत धन्यवाद क्योंकि यह अन्तर पहली बार मेरी समझ में आ गया।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-4119486049805524142011-11-30T10:46:46.479+05:302011-11-30T10:46:46.479+05:30ऐसे कुछ हादसे हमारे साथ भी हुए हैं. टोकने पर पलटवा...ऐसे कुछ हादसे हमारे साथ भी हुए हैं. टोकने पर पलटवार हो जाता है, आपके समझ में आ गया ना ? मेरा पुत्र ही कहता है, आप जानते हो, मै क्या कहना चाहता हूँ.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-16277068130430895652011-11-30T10:44:42.077+05:302011-11-30T10:44:42.077+05:30हमारे आस-पास ऐसी कई बाते होती है जिनको सुनकर एकदम ...हमारे आस-पास ऐसी कई बाते होती है जिनको सुनकर एकदम खटक जाता है जैसे श और स का गलत इस्तेमाल.यहाँ मालवा में मिटाने को मिटारना,पत्थर को फत्थर आदि बोलते है बच्चे इन्ही शब्दों को सही समझते है और टोकने पर हमें ही गलत कह जाते है.शोभाhttps://www.blogger.com/profile/12010109097536990453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-24780349443470245752011-11-30T08:57:14.243+05:302011-11-30T08:57:14.243+05:30भाव के सामने तुच्छ साबित होते शब्द.भाव के सामने तुच्छ साबित होते शब्द.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-17828440934077136472011-11-30T08:22:28.305+05:302011-11-30T08:22:28.305+05:30जन्मदिन की बधाई,
नववर्ष की शुभकामनायें,
हमारे काम ...जन्मदिन की बधाई,<br />नववर्ष की शुभकामनायें,<br />हमारे काम में हाथ बंटाने के लिये धन्यवाद,<br />इस उत्तम पोस्ट के लिये आभार,<br /><br />विष्णु जी एक पोस्ट हिन्दी में ऐसे ही अन्य प्रयोग होने वाले संदेशों पर लिखें तो अच्छा होगा जो आगे सनद की तरह काम आ सके ।Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-74144621790425642502011-11-30T07:11:53.310+05:302011-11-30T07:11:53.310+05:30यह तो वही है जी जिसे "चलता है" कहते हैं।...यह तो वही है जी जिसे "चलता है" कहते हैं। लेकिन ऐसा नहीं हो सकता कि जो व्यक्ति आज इन दो शब्दों को एक समझ रहा है वह पहले इनमें अंतर कर पाता होगा। मुझे लगता है कि है कि उस व्यक्ति को इन शब्दों के भेद कभी बताये/पढाये ही नहीं गये और स्वयं जानने का प्रयास करने का समय किसके पास है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com