tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post3707916837485671449..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: दो धरम, दो चलन एक साथ नहीं निभतेविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-4510366496803755982017-06-02T13:05:03.121+05:302017-06-02T13:05:03.121+05:30Sir.bahut acchi lekhani me clear bat kah di.Sir.bahut acchi lekhani me clear bat kah di.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00730819621315629772noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-86865244742933309242017-05-31T15:52:59.565+05:302017-05-31T15:52:59.565+05:30सधी बंधी बेहद खूबसूरत प्रेरक कथा
कथा इतनी खूबसूरत...सधी बंधी बेहद खूबसूरत प्रेरक कथा <br />कथा इतनी खूबसूरती से आपने लिखी है कि पात्र आँखों में जी उठे चलचित्र से पात्रों ने जीवंत कर दिया ।।<br />आहा लेखन सब के बुते की नहीं आपने निःशब्द कर दिया<br />सादर प्रणामRamakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-43768808764042865532017-05-31T13:11:07.646+05:302017-05-31T13:11:07.646+05:30चलिए, आपकी कलम की धार में अंततः अनवरतता तो आई. शुक...चलिए, आपकी कलम की धार में अंततः अनवरतता तो आई. शुक्र है भगवान का. मैं पिछली मर्तबा रतलाम आया था तो आपसे व आदरणीय भाभी जी से यही निवेदन करना चाह रहा था कि अब तो कमाने-धमाने की चिंता छोड़ो और पूरी तरह कलम को पकड़ो, पर घबराहट में बोल ही नहीं फूटे- कोशिश करने पर भी नहीं. लगता है, अंतरात्मा की आवाजें भी सुनी जाती हैं.<br />मैं फिर कहूंगा, किस्सागोई का जो अंदाज आपका है, वो शायद आज के समय में किसी के पास पासंग बराबर भी नहीं है. कोई उपन्यास लिखने की योजना जल्द बनाएं. किस्से तो सैकड़ों होंगे, कोई भी एक पकड़ लें. बेस्ट सेलर भले न होगा, बेस्ट रीडेबल तो यकीनन होगा.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-82905246704963387382017-05-31T11:06:38.974+05:302017-05-31T11:06:38.974+05:30अच्छी कथा,जिसे सुनकर दूर हो गई व्यथा ।
सेर को भी स...अच्छी कथा,जिसे सुनकर दूर हो गई व्यथा ।<br />सेर को भी सवा सेर मिल ही जाता है ।Ravi Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07075773362331619467noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-24699162029570353462017-05-31T11:06:23.492+05:302017-05-31T11:06:23.492+05:30अच्छी कथा,जिसे सुनकर दूर हो गई व्यथा ।
सेर को भी स...अच्छी कथा,जिसे सुनकर दूर हो गई व्यथा ।<br />सेर को भी सवा सेर मिल ही जाता है ।Ravi Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07075773362331619467noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-14766437570646614602017-05-31T09:27:21.771+05:302017-05-31T09:27:21.771+05:30बस महसूस किया जा सकता है। प्रेरणास्पदबस महसूस किया जा सकता है। प्रेरणास्पदmahavirhttps://www.blogger.com/profile/17441336950724313008noreply@blogger.com