tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post4127950318420387337..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: ........और इस तरह उल्टा लटका दिया कलेक्टरों कोविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-15137430639419661852017-08-19T05:34:52.744+05:302017-08-19T05:34:52.744+05:30दोनो तरफ एक सा माहौल है जनता प्रतिनिधि चुन कर रोती...दोनो तरफ एक सा माहौल है जनता प्रतिनिधि चुन कर रोती है और सरकार कर्मचारी चयन कर। दोनो अधिकार मिलने पर उनको ही गौण समझते है जिन्होंने उनको बनाया चाहे जनप्रतिनिधि हो या नौकरशाह।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17519411609183760065noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-68406799621730106472017-08-18T17:35:05.623+05:302017-08-18T17:35:05.623+05:30सच कहा आपने।सच कहा आपने।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-43293115236246937492017-08-18T17:34:44.565+05:302017-08-18T17:34:44.565+05:30सही कहा।सही कहा।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-54981707354434953032017-08-18T13:09:25.145+05:302017-08-18T13:09:25.145+05:30बिना शासन की सहमति के यह संभव नहीं है। आखिरकार जित...बिना शासन की सहमति के यह संभव नहीं है। आखिरकार जितवाएंगे तो नौकरशाह ही। यह हम सब जानते हैं। जब तक नौकरशाह पर लगाम न हो, यानि की उनके सामने गाजरें लटकाई न जाएँ, वर्तमान सरकार तो जानती ही है, कि जीतना आसान नहीं...आसमान पे खुदा और जमी पे हम (नौकरशाह)...Sumanhttps://www.blogger.com/profile/04176969197101016911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-21493932276420971652017-08-18T12:59:22.980+05:302017-08-18T12:59:22.980+05:30नौकर स्थायी होते है । नेता,मंत्री अस्थायी । इसलिए ...नौकर स्थायी होते है । नेता,मंत्री अस्थायी । इसलिए नौकर/ अफसर भारी पड़ते है,मंत्रियों पर । उल्टा लटकाना केवल जुमला है 15 लाख रुपये की तरह ।Ravi Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07075773362331619467noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-82996782890263578342017-08-18T12:59:09.916+05:302017-08-18T12:59:09.916+05:30नौकर स्थायी होते है । नेता,मंत्री अस्थायी । इसलिए ...नौकर स्थायी होते है । नेता,मंत्री अस्थायी । इसलिए नौकर/ अफसर भारी पड़ते है,मंत्रियों पर । उल्टा लटकाना केवल जुमला है 15 लाख रुपये की तरह ।Ravi Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07075773362331619467noreply@blogger.com