tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post5929596022160626387..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: ओछी पूँजी, बड़ी दुकान, इसीलिए यह राधा नहीं नाचेगी - 3 विष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-79410202332848689922013-03-01T10:50:25.217+05:302013-03-01T10:50:25.217+05:30आप वहीं हैं और जिस तरह से आप कह रहे हैं उससे अनुमा...आप वहीं हैं और जिस तरह से आप कह रहे हैं उससे अनुमान होता है कि आप जमीनी हकीकत ही बयान कर रहे होंगे। अपने कहे के प्रति मैं आत्म-मुग्ध बिलकुल ही नहीं हूँ क्योकि खूब अच्छी तरह जानता हूँ कि जनता ने अच्छे-अच्छों के मुगालते दूर किए हैं। मैं तो 'इस क्षण' जो देख रहा हूँ, वही कह रहा हूँ - कोई भविष्यवाणी नहीं कर रहा। यह भी जानता हूँ कि क्रिकेट और भारतीय राजनीति को लेकर भविष्यवाणी मूर्खता के सिवाय और कुछ नहीं।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-31522746346234979642013-03-01T02:35:01.992+05:302013-03-01T02:35:01.992+05:30बाकी तो सब बात चुनाव मे जीती गई सीटो पर निर्भर करत...बाकी तो सब बात चुनाव मे जीती गई सीटो पर निर्भर करता है॥ आज जनता इस काँग्रेस सरकार से बहुत ज्यादा परेशान है और मुक्ति भी चाहती है। मध्यप्रदेश और उत्तर भारत की कहानी तो मुझे पता ही है लेकिन आपको यह बता दु की यही हाल दक्षिण भारत मे भी है और यहा मोदी का जलवा है। भाजपा की सबसे ज्यादा सीटे भी जब आई थी तब दक्षिण भारत मे इतनी नही थी ॥ लेकिन आज अगर मोदी को दक्षिण भारत दे दिया जाय तो यहा वो हो सकता है जो उत्तर भारत मे पैदा हुये और व्ही पूरा जीवन बिता चुके लोग कभी सपने मे भी नही सोच सकते है ॥ जनता एक बड़े नेता की तलाश मे है जिसने हीरो जैसा आकर्षण हो॥ मोदी मे वो सब है और अगर पूरी भाजपा मोदी के साथ ताकत के साथ चुनाव मे उतनी तो 200 की संख्या मुसकिल नही है॥ युवाओ के बीच मोदी का जलवा इतना है की मोदी को चुनाव प्रचार की जिम्मेवारी लेने दीजिये फिर देखिये, युवा आग उगलेगे । आज की जनता विशेष रूप से युवा वर्ग जानकारी भी रखता है और समाधान भी खोजता रहता है॥ मेरा विसवास मानिए, जनता मे इतना अंदर करेंट है की मुझे शोले का डायलाग याह आता है की 'लोहा गरम है , मार दो हथोड़ा"<br />सचिन त्रिपाठी<br />बैंग्लोर, कर्नाटक (मूल रूप से मध्यप्रदेश से )<br />facebook.com/sachin.tripathi18Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-84948393654730429362013-02-27T14:41:14.807+05:302013-02-27T14:41:14.807+05:30मेरा भी मानना है कि कुछ भी कहा नही जा सकता कि ऊँट ...मेरा भी मानना है कि कुछ भी कहा नही जा सकता कि ऊँट किस करवट बैठेगा । बहुत ज्यादा वोट हैं नौ जवानों के जिनाका संयम चुक गया है .Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-56434246824895279302013-02-27T11:18:45.061+05:302013-02-27T11:18:45.061+05:30This comment has been removed by a blog administrator.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-29652444044667294752013-02-27T09:58:54.855+05:302013-02-27T09:58:54.855+05:30बहुत खूब जनाब
मेरी नई रचना
ये कैसी मोहब्बत...बहुत खूब जनाब <br /><br />मेरी नई रचना <br /><a href="http://dineshpareek19.blogspot.in/2013/02/blog-post.html" rel="nofollow"><b>ये कैसी मोहब्बत है</b></a><br /><br /><a href="http://dineshpareek19.blogspot.in/2013/02/blogpost_2036.html" rel="nofollow"><b> खुशबू</b></a><br />Dinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-5983200492350733492013-02-27T09:11:40.696+05:302013-02-27T09:11:40.696+05:30sundar aur satik vyakhya " ak thi vo krishn ...sundar aur satik vyakhya " ak thi vo krishn ki radha,tha bhara aankh me pyar ka pani,kalyg me nav radhavo ki sukh gya hai aankh ka pani, bhitar-bhitar paksh aur pratipaksh mil gye,nahi sharam enko hai aani... radha nache ya mat nache ,hai inki ab khatam kahani..."(aziz jaunpuri)अज़ीज़ जौनपुरीhttps://www.blogger.com/profile/16132551098493345036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-42808380325809684672013-02-26T23:29:29.376+05:302013-02-26T23:29:29.376+05:30 Bhaijee ! soot na kapaas,julaahon me laththaal... Bhaijee ! soot na kapaas,julaahon me laththaalath......!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-16637947437411076342013-02-26T22:03:16.910+05:302013-02-26T22:03:16.910+05:30बैरागी भाई साहब अच्छा हुआ आपको डॉ नहीं बनाया गया ,...बैरागी भाई साहब अच्छा हुआ आपको डॉ नहीं बनाया गया , अन्यथा आप मरीज को आपरेशन टेबल पर झापड़ पहले मारते बाद में आपरेशन करते . लेकिन मैं आपसे ही इलाज करवाता . आज की राजनैतिक स्थिति का खुबसूरत विश्लेषण अजब गजब Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-43125987759039914242013-02-26T22:02:16.850+05:302013-02-26T22:02:16.850+05:30बैरागी भाई साहब अच्छा हुआ आपको डॉ नहीं बनाया गया ,...बैरागी भाई साहब अच्छा हुआ आपको डॉ नहीं बनाया गया , अन्यथा आप मरीज को आपरेशन टेबल पर झापड़ पहले मारते बाद में आपरेशन करते . लेकिन मैं आपसे ही इलाज करवाता . आज की राजनैतिक स्थिति का खुबसूरत विश्लेषण अजब गजब Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-67055169194842001312013-02-26T16:25:18.238+05:302013-02-26T16:25:18.238+05:30आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति बुधवारीय चर्चा मंच पर ।... आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति बुधवारीय <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर ।। <br /><br />रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-21183186373317222172013-02-26T16:22:07.969+05:302013-02-26T16:22:07.969+05:30 सौदायिक बिन व्याहता, करने चली सिंगार |
गहने पहने ... सौदायिक बिन व्याहता, करने चली सिंगार |<br />गहने पहने मांग कर, लेती कई उधार |<br />(भाजपा की ओर इशारा)<br /><br /> लेती कई उधार, खफा पटना पटनायक | <br /> खानम खाए खार, करे खारिज खलनायक |<br />(जदयू, बीजद , मुस्लिम) <br />हौदा हाथी रहित, साइकिल बिना घरौंदा |<br /> नहीं हिन्दु में ताब, पटे ना मोदी सौदा ||<br />(माया-मुलायम)<br />सौदायिक= स्त्री-धन नइखे= नहीं रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-72425471500886794262013-02-26T16:20:41.511+05:302013-02-26T16:20:41.511+05:30This comment has been removed by the author.रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-80035367031412757852013-02-26T10:47:44.428+05:302013-02-26T10:47:44.428+05:30आपने बिलकुल सही कहा बहुत खूब
मेरी नई रचना
य...आपने बिलकुल सही कहा बहुत खूब <br /><br />मेरी नई रचना <br /><a href="http://dineshpareek19.blogspot.in/2013/02/blog-post.html" rel="nofollow"><b>ये कैसी मोहब्बत है</b></a><br /><br /><a href="http://dineshpareek19.blogspot.in/2013/02/blogpost_2036.html" rel="nofollow"><b> खुशबू</b></a><br />Dinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-49841990662487138052013-02-25T17:49:16.992+05:302013-02-25T17:49:16.992+05:30आपने बिलकुल सही कहा। जनता अच्छे-अच्छों के भ्रम द...आपने बिलकुल सही कहा। जनता अच्छे-अच्छों के भ्रम दूर करती रही है। मैं बहुत आलसी हूँ। 'कठिन काम' करना तो दूर रहा, करने की सोचने की मेहनत भी नहीं कर पाता।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-9129668450541710052013-02-25T17:40:56.220+05:302013-02-25T17:40:56.220+05:30आपसे असहमत होने की रंचमात्र भी गुंजाइश नहीं। आपकी ...आपसे असहमत होने की रंचमात्र भी गुंजाइश नहीं। आपकी टिप्पणी ने मेरी अगली, 'चकल्लसी' पोस्ट की पोल अभी से खोल दी है। मेरा काम बढा दिया है आपने। हॉं, इससे मेरा आनन्द भी बढ जाएगा।<br /><br />आपकी जय हो।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-24060227838908011152013-02-25T16:39:06.407+05:302013-02-25T16:39:06.407+05:30वाक्य विन्यास भाव प्रभाव जबरदस्त-
एक एक शब्द समझने...वाक्य विन्यास भाव प्रभाव जबरदस्त-<br />एक एक शब्द समझने की कोशिश की <br />आभार-<br /><br />*सौदायिक बिन व्याहता, करने चली सिंगार |<br />लेकर आई मांग कर, गहने कई उधार |<br />गहने कई उधार, इधर पटना पटनायक |<br />खानम खाए खार, समझ ना पावे लायक |<br />बिन हाथी के ख़्वाब, सजाया हाथी हौदा |<br />^नइखे खुद में ताब, बड़ा मँहगा यह सौदा ||<br /><br />*स्त्री-धन <br />^ नहीं रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-21091584663787320532013-02-25T12:46:55.744+05:302013-02-25T12:46:55.744+05:30बहुत सार्थक विश्लेषण कियें है,आभार.बहुत सार्थक विश्लेषण कियें है,आभार.Rajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-73227542863383316642013-02-25T11:48:01.182+05:302013-02-25T11:48:01.182+05:30भाई साहब आपका विश्लेषण सो फी सदी सही है,भाजपा के प...भाई साहब आपका विश्लेषण सो फी सदी सही है,भाजपा के पास नो मन तेल न<br />ही है,इसलिए राधा नही नाचेगी । Ravi Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07075773362331619467noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-10674987787869717582013-02-25T10:59:22.908+05:302013-02-25T10:59:22.908+05:30'सत्ता-स्नान' क्या खूब कहा है . . . .'सत्ता-स्नान' क्या खूब कहा है . . . . वल्कलhttps://www.blogger.com/profile/10916645706304813214noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-63370560721692448062013-02-25T09:37:30.341+05:302013-02-25T09:37:30.341+05:30भले हि आपका विश्लेषण अपनी जगह पर सही है लेकिन ज़रा...भले हि आपका विश्लेषण अपनी जगह पर सही है लेकिन ज़रा यह भी विश्लेषण कर लीजिए कि भाजपा नें अगर मोदी को आगे करके चुनाव नहीं लड़ा और उसको मोदी का सहारा नहीं मिला तो गटबंधन तो बाद कि बात है वो अपनी वर्तमान स्थति भी बरकरार रख पाएगी या नहीं मुझे तो इसमें भी संदेह हि नजर आता है !पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-66829226427247994162013-02-25T09:15:23.885+05:302013-02-25T09:15:23.885+05:30ज्योतिष का कार्य बड़ा कठिन है, जनता कभी भी औरों के...ज्योतिष का कार्य बड़ा कठिन है, जनता कभी भी औरों के सोचे अनुसार कार्य नहीं करती है, वह अपना रंग दिखायेगी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-46519098792215224622013-02-25T07:01:42.499+05:302013-02-25T07:01:42.499+05:30एकदम सहमत हैं तीनों किस्तों में आपके विश्लेषण से। ...एकदम सहमत हैं तीनों किस्तों में आपके विश्लेषण से। अर्जुनसिंह के बारे में आपकी बात एकदम सही है। मोदी के लिए दिल्ली दूर ही नहीं, कठिन है। आज के मोदी के देखते हुए मुझे अक्सर भोपाल के भाजपा मुख्यालय में अकेले टहलते १९९७-९८ के दौर वाले मोदी याद आते हैं। अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-12020684690134971122013-02-25T07:01:40.833+05:302013-02-25T07:01:40.833+05:30एकदम सहमत हैं तीनों किस्तों में आपके विश्लेषण से। ...एकदम सहमत हैं तीनों किस्तों में आपके विश्लेषण से। अर्जुनसिंह के बारे में आपकी बात एकदम सही है। मोदी के लिए दिल्ली दूर ही नहीं, कठिन है। आज के मोदी के देखते हुए मुझे अक्सर भोपाल के भाजपा मुख्यालय में अकेले टहलते १९९७-९८ के दौर वाले मोदी याद आते हैं। अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-870774239111189802013-02-25T06:32:07.315+05:302013-02-25T06:32:07.315+05:30सही विश्लेषण।सही विश्लेषण।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com