tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post701783172892737192..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: महबूब की बेवफाईविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-1227469409624384982012-10-01T07:21:01.380+05:302012-10-01T07:21:01.380+05:30श्रीमती व्यास की विनम्रता और कर्तव्यपरायणता स्पष्ट...श्रीमती व्यास की विनम्रता और कर्तव्यपरायणता स्पष्ट है। बिड़वईजी को अपनी व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी का अहसास है लेकिन उनके अधीनस्थों की ज़िम्मेदारी भी उनपर ही है, इसका अहसास भी लगातार बने रहना चाहिये। आपने शिकायत करके अच्छा किया। यदि हर उपभोक्ता हर कमी की शिकायत करेगा तो सार्वजनिक क्षेत्र के लापरवाह कर्मचारी भी लम्बे समय तक बच नहीं सकेंगे।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-23660383521288282562012-09-30T10:06:00.692+05:302012-09-30T10:06:00.692+05:30काम तो हो गया
किन्तु जिस तरह से हुआ उससे लग रहा ह...काम तो हो गया <br />किन्तु जिस तरह से हुआ उससे लग रहा है <br />कि किस्सा खत्म नहीं हुआ। लगता है, <br />‘महबूब’ के सितम जारी रहेंगे। <br />सितम करना और करते रहना <br />शायद महबूब की <br />फितरत भी होती है <br />और पहचान भी। <br /><br />यही दुनियां का दस्तूर है और कम करने करवाने का सही तरीका . हाँ आप जैसे लोग हपट के जानते हैं <br />हपट अर्थात ठोकर खाकर <br />Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.com