tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post702749095054897543..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: जब शरद जोशी ने मंच से नन्दनजी को गाली दीविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-51815724666447112262013-01-08T20:50:57.713+05:302013-01-08T20:50:57.713+05:30हा हा हा हा। ऐसे ही थे दोनों दिग्गज। आज सारी रात...हा हा हा हा। ऐसे ही थे दोनों दिग्गज। आज सारी रात शरद जी और न्न्दन जी के ही सपने आने वाले हैं। मैं भी तैयार हूं।Kamalkanthttps://www.blogger.com/profile/08676733449196855715noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-6788993634841836562012-12-27T21:14:57.378+05:302012-12-27T21:14:57.378+05:30bilkul sangrhneey sansmaran ....abhar sweekaren bilkul sangrhneey sansmaran ....abhar sweekaren Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-84958731783075815662012-12-27T18:24:46.633+05:302012-12-27T18:24:46.633+05:30:):) शरद जोशी जी जैसे संवाद कहना सबके बस की बात नह...:):) शरद जोशी जी जैसे संवाद कहना सबके बस की बात नहीं । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-44420220086935872442012-12-27T18:14:02.430+05:302012-12-27T18:14:02.430+05:30बहुत अच्छा लगा आपका संस्मरण
सादर बहुत अच्छा लगा आपका संस्मरण <br /><br /><br />सादर Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-44957227831050835612012-12-27T17:42:02.276+05:302012-12-27T17:42:02.276+05:30कहने का अपना अपना अन्दाज़, रोचक संस्मरण।कहने का अपना अपना अन्दाज़, रोचक संस्मरण।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-11604614420844754022012-12-27T06:54:04.036+05:302012-12-27T06:54:04.036+05:30बढ़िया आलेख |
बढ़िया आलेख |<br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-81894376720856958952012-12-26T20:29:43.279+05:302012-12-26T20:29:43.279+05:30फेस बुक पर, इस ब्लॉग पोस्ट की लिंक को साझा करते...फेस बुक पर, इस ब्लॉग पोस्ट की लिंक को साझा करते हुए श्री प्रशान्त सोहले, उज्जैन की टिप्पणी -<br /><br />बहुत मजेदार आलेख विष्णु जी। आपके आलेख के हैडिंग से तो में आश्चर्य चकित रह गया !!!!!!!!!विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-74085288054719819832012-12-26T19:46:14.885+05:302012-12-26T19:46:14.885+05:30हा हा हा..बेहतरीन संस्मरण।हा हा हा..बेहतरीन संस्मरण।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-8216945990096108792012-12-26T18:56:49.620+05:302012-12-26T18:56:49.620+05:30विवेकजी, १९७६ में तो कालिदास अकादमी बना ही नहीं था...विवेकजी, १९७६ में तो कालिदास अकादमी बना ही नहीं था,तब शायद टेपा सम्मेलन विक्रम कीर्ति मंदिर में होता होगा. कालिदास अकादमी का निर्माण १९८२ के आसपास हुआ है. शोभाhttps://www.blogger.com/profile/12010109097536990453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-47046339282771766112012-12-26T16:55:57.419+05:302012-12-26T16:55:57.419+05:30फेस बुक पर श्री रवि शर्मा की (एक और) टिप्पणी -
श...फेस बुक पर श्री रवि शर्मा की (एक और) टिप्पणी -<br /><br />शरद जी की याद के लिए आभार।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-33879550454767608942012-12-26T14:46:16.430+05:302012-12-26T14:46:16.430+05:30शरद जी ने वाकई टेपा सम्मेलन को सार्थक कर दिया । ये...शरद जी ने वाकई टेपा सम्मेलन को सार्थक कर दिया । ये संस्मरण पढ़कर अभिभूत हो गया । Ravi Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07075773362331619467noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-22721390329988808512012-12-26T13:27:39.860+05:302012-12-26T13:27:39.860+05:30बेहतरीन संस्मरण। आनन्दित हुये बांचकर!
बेहतरीन संस्मरण। आनन्दित हुये बांचकर!<br />अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-68874273791910194622012-12-26T11:14:30.408+05:302012-12-26T11:14:30.408+05:30जब कन्हैयालालजी नन्दन जी सारिका के संपादक थे तो क...जब कन्हैयालालजी नन्दन जी सारिका के संपादक थे तो किसी ने संपादक के नाम पत्र में उनके लिए तीसरी तरह के नंदन का संबोधन प्रयुक्त किया था जिसके जवाब में उन्होंने उस पत्रलेखक के लिए लिखा था कि वह व्यक्ति टायर है क्योंकि सबसे गई-बीती अगर कोई चीज़ है तो वह टायर है क्योंकि वह व्यक्ति, उनके अनुसार, कायर कहलाने का भी अधिकारी नहीं था. आज, भाषा में इस प्रकार का संयम और कौशल देखने को नहीं मिलता.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-40459046709449144782012-12-26T11:05:35.311+05:302012-12-26T11:05:35.311+05:30बेहतरीन संस्मरण! आभार।बेहतरीन संस्मरण! आभार।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-7759105564041296402012-12-26T10:57:39.663+05:302012-12-26T10:57:39.663+05:30आत्मीयता हो तो ऐसी!! ऊँचे माली, ऊँची गाली!!आत्मीयता हो तो ऐसी!! ऊँचे माली, ऊँची गाली!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-75300948692335913322012-12-26T08:25:29.354+05:302012-12-26T08:25:29.354+05:30अद्भुत संस्मरण अद्भुत संस्मरण Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-29498354963054603642012-12-26T08:21:54.058+05:302012-12-26T08:21:54.058+05:30हा हा टेपा सम्मेलन अभी भी कालिदास अकादमी में आयोजि...हा हा टेपा सम्मेलन अभी भी कालिदास अकादमी में आयोजित किया जाता है। ऐसे किस्से दिल को गुदगुदा जाते हैं ।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-22269096141683436562012-12-26T08:14:08.182+05:302012-12-26T08:14:08.182+05:30फेस बुक पर भ् अशोक मण्डलोई, इन्दौर की टिप्पणी ...फेस बुक पर भ् अशोक मण्डलोई, इन्दौर की टिप्पणी -<br /><br />इस लेख बिना किसी मात्रा के आपका अभिनन्दन।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-66729675090439985702012-12-26T08:13:18.369+05:302012-12-26T08:13:18.369+05:30फेस बंक पर श्री सुनील ताम्रकार, इन्दौर की टिप्पण...फेस बंक पर श्री सुनील ताम्रकार, इन्दौर की टिप्पणी -<br /><br />कहाँ गए वे लोग .... उत्तम जानकारी युक्त आलेख ... बहुत भाया ...।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-67174062348120244172012-12-26T08:12:32.806+05:302012-12-26T08:12:32.806+05:30फेस बुक पर, श्री मोहन मंगलम, लखनऊ की टिप्पणी -
ब...फेस बुक पर, श्री मोहन मंगलम, लखनऊ की टिप्पणी -<br /><br />बहुत अच्छे।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.com