tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post7071898613364517550..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: सुप्रीम कोर्ट को ही तय करने दीजिएविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-50916203672366016422010-10-11T22:52:49.087+05:302010-10-11T22:52:49.087+05:30जो भी निर्णय आयेगा, तर्क संगत आयेगा।जो भी निर्णय आयेगा, तर्क संगत आयेगा।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-41661560510721886062010-10-11T18:11:30.754+05:302010-10-11T18:11:30.754+05:30आपकी बात सही है परंतु समस्या उन तत्वों से है जो अप...आपकी बात सही है परंतु समस्या उन तत्वों से है जो अपने पक्ष के धार्मिक नेताओं के अतिरिक्त न्याय के सभी रूपों के खिलाफ हैं और सुप्रीम कोर्ट का निर्णय भी उसी स्मय मानेंगे जब वह पूर्णतया इनके पक्ष में हो।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com