tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post7981148138407745743..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: यह काम कर सकते हैं राहुल गॉंधीविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-79445181842827393862019-11-02T15:36:19.009+05:302019-11-02T15:36:19.009+05:30राहुल कभी गंभीर राजनीतिज्ञ हुए भी नहीं ,रहे भी नही...राहुल कभी गंभीर राजनीतिज्ञ हुए भी नहीं ,रहे भी नहीं उनके साथ तो हालात मार मार कर मुसलमान बनाने वाली हैं , जन्म जात से गुणों से ही कोई व्यक्ति अपनी प्रतिभा को निखार कर किसी ऊंचाई पर पहुँच सकता है , लेकिन कांग्रेस है कि इस बात को समझने को तैयार ही नहीं है <br />आखिर कांग्रेस को मजबूर हो कर प्रियंका को आगे बढ़ाना ही पड़ेगा , और वह इस हेतु प्रयासरत भी है लेकिन उनके इर्द गिर्द किस विचार का थिंक टैंक है यह भी विचारणीय होगा , यदि चाटुकारों ने घेर लिया तो बी भारतीय राजनीति में चलना आसान नहीं होगा क्योंकि राजीव और सोनिया के समय देश की राजनैतिक जागरूकता अलग थी और अब अलग है <br />राहुल के लिए राजनीति एक पार्ट टाइम जॉब है और वे इस से ही खुश हैं क्योंकि कार्य का बोझ लेना सहना और वहां करना उनकी फितरत में ही नहीं है , उनमें कोई सोच भी नहीं है और न कोई परिपक्वता , अन्यथा लोक सभा चुनाव में अपने भाषणों से वह कांग्रेस का बेडा गर्क होने से बचा सकते थे <br /> इन सब के बावजूद भी यदि वह पीएम् बन जाते हैं (क्योंकि राजनीति में सब कुछ संभव है ) तो देश का इस से बड़ा कोई दुर्भाग्य नहीं होगा , बात कटु जरूर है लेकिन विचारणीय भी है dr.mahendraghttps://www.blogger.com/profile/07060472799281847141noreply@blogger.com