tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post9083338672279423929..comments2024-03-22T11:42:48.109+05:30Comments on एकोऽहम्: समूहिक नकल: देवासवालों की परीक्षा उज्जैन मेंविष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-42159725122363292712017-03-31T09:55:42.293+05:302017-03-31T09:55:42.293+05:30कुछ क़िस्से ऐसे भी हैं कि जिस परीक्षा हॉल मेंउनकी ...कुछ क़िस्से ऐसे भी हैं कि जिस परीक्षा हॉल मेंउनकी dutyहोती थी सभी अपनी नक़ल सामग्री बाहर छोड़कर आते थे ,बाक़ी मनोवैज्ञानिक दबाव में ही पकड़े जाते थे <br />Dr Sanjeev Gulati 9893011169Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14021648750364782740noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-46567703117428908142017-03-21T15:34:50.835+05:302017-03-21T15:34:50.835+05:30नकल प्रकरण और अपनी श्रेष्ठता के लिए सागर भी अग्रगण...नकल प्रकरण और अपनी श्रेष्ठता के लिए सागर भी अग्रगण्य रहा है जब मैं ग्रेजुएशन कर रहा था तब नौकरी के विज्ञापन में छपा करता था सागर वि.वि. के छात्र आवेदन न करें।।।।।Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6032637659660002131.post-57351195406058980452017-03-21T14:09:31.167+05:302017-03-21T14:09:31.167+05:30देवास का वह कालेज तो उस क्षेत्र में लंबे समय से बद...देवास का वह कालेज तो उस क्षेत्र में लंबे समय से बदनाम रहा है नकल के मामले में. एक तरह से प्रसिद्ध. बाहर प्रदेश के लोग इसीलिए वहाँ एडमीशन लेते थे - पास होने के लिए! :)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.com