गंगा ती

श्री बालकवि बैरागी के मालवी श्रम-गीत संग्रह
‘अई जावो मैदान में’ की बीसवीं कविता


यह संग्रह डॉ. श्री चिन्तामणिजी उपाध्याय को समर्पित किया गया है।



गंगा ती

हेला पाड़े रे चिनाराँ
हेला पाड़े रे देवदाराँ
हेला पाड़े रे पियाराँ
तूृ मती जा पियूजी के देस गंगा
पाछी पीहर चाल ओ
पाछी पीहर चाल ओ

थारा दाऊजी का आँगणा में वखरीरी बारूद ओ
आज थारो लोहो माँगे मायड़ली को दूध ओ
दूध धोयो चीर थारो
रंगले लालम लाल ओ
पाछी पीहर चाल ओ
हेला पाड़े रे चिनाराँ

फेर थारी पालकी ने भूल पियू का प्यार ने
छोड़ छोराँ तोड़ कोराँ आकरी कर धार ने
धोईले मेंहदी खोल माथो
ओर वखेरी ले बाल ओ
पाछी पीहर चाल गंगा
पाछी पीहर चाल ओ
हेला पाड़े रे चिनाराँ

थारा समदर साथबा ती केई दे मन की वात ओ
रस जमई तरवार बाँधो अई लगन की रात ओ
रणरिझारा तोरण आवो
पेरी लो मुण्डमाल ओ
पाछी पीहर चाल गंगा
पाछी पीहर चाल ओ
हेला पाड़े रे चिनाराँ

बालपण की अरियाँ गरियाँ बा
ड़्याँ व्ही डावड़्याँ
ताल सरवर झील पोखर और नाना काव
ड़्याँ

वाट नारे हीर राँझा
सोनी और महिवाल ओ
पाछी पीहर चाल गंगा
पाछी पीहर चाल ओ
हेला पाड़े रे चिनाराँ

वीर थारा जई डट्या हैं बस हुकम की देर है
होट काटी र्या भतीजा कोई को अब न्हीं खेर है
जम जुझारा जाई जम्या है
लेई ने जम को जाल ओ
पाछी पीहर चाल गंगा
पाछी पीहर चाल ओ
हेला पाड़े रे चिनाराँ

दोहिता अणगणत लाजे दाऊजी पर वारवा
सासरा का शूर लाजे सात पीढ़ी तार वा
और भूखी जोगण्याँ के
लाजे नेवज थाल ओ
पाछी पीहर चाल गंगा
पाछो पीहर चाल ओ
हेला पाड़े रे चिनाराँ

आगता पग तोक राणी भार को संघार कर
दुस्मणा का खून ती तू माँग को सिंगार कर
कूँख माँ की न्याल कर ने
जावजे सुसराल ओ
पाछी पीहर चाल गंगा
पाछी पीहर चाल ओ
हेला पाड़े रे चिनाराँ
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संग्रह के ब्यौरे
अई जावो मैदान में (मालवी कविता संग्रह) 
कवि - बालकवि बेरागी
प्रकाशक - कालिदास निगम, कालिदास प्रकाशन, 
निगम-निकुंज, 38/1, यन्त्र महल मार्ग, उज्जन (म. प्र.) 45600
प्रथम संस्करण - पूर्णिमा, 986
मूल्य रू 15/- ( पन्द्रह रुपया)
आवरण - डॉ. विष्णु भटनागर
सर्वाधिकार - बालकवि बैरागी
मुद्रक - राजेश प्रिन्टर्स, 4, हाउसिंग शॉप, शास्त्री नगर, उज्जैन



यह संग्रह हम सबकी ‘रूना’ ने उपलब्ध कराया है। ‘रूना’ याने रौनक बैरागी। दादा श्री बालकवि बैरागी की पोती। रूना, राजस्थान राज्य प्रशासनिक सेवा की सदस्य है और यह कविता प्रकाशन के दिन उदयपुर में अतिरिक्त आबकारी आयुक्त के पद पर पदस्थ है।











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