समसामयिक विचार पोर्टल प्रवक्ता डॉट कॉम के तीन साल पूरे होने पर द्वितीय ऑनलाइन लेख प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इससे पूर्व ‘प्रवक्ता’ के दो साल पूरे होने पर भी लेख प्रतियोगिता (http://www.pravakta.com/archives/18521) का आयोजन किया गया था।
प्रथम पुरुस्कार: रु. 2500/, द्वितीय पुरुस्कार: रु. 1500/- एवं तृतीय पुरुस्कार रु. 1100/- तय किया गया है।
पुरुस्कार के सम्बन्ध में निर्णायक मण्डल का निर्णय सर्वोपरि होगा। अपना लेख ई-मेल के ज़रिये prawakta@gmail.com पर भेज सकते हैं। कृपया अपना लेख हिन्दी के युनिकोड फ़ोंट जैसे मंगल (Mangal) में अथवा क्रुतिदेव (Krutidev) में ही भेजें।
विस्तृत विवरण के लिए यहाँ क्लिक (http://www.pravakta.com/archives/31304) करें या फिर सम्पर्क करें: संजीव कुमार सिन्हा, सम्पादक, प्रवक्ता डॉट कॉम, मो. 09868964804
विष्णु जी धन्यवाद,
ReplyDeleteइच्छुक लेखकों के लिये यह जानकारी उपयोगी सिद्ध होगी।
सुन्दर और सार्थक पहल।
ReplyDeleteआदरणीय विष्णु जी,
ReplyDeleteआपको, परिजनों तथा मित्रों (और पॉलिसीहोल्डर्स) सहित दीपावली पर मंगलकामनायें! ईश्वर की कृपा आप पर बनी रहे।
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साल की सबसे अंधेरी रात में*
दीप इक जलता हुआ बस हाथ में
लेकर चलें करने धरा ज्योतिर्मयी
बन्द कर खाते बुरी बातों के हम
भूल कर के घाव उन घातों के हम
समझें सभी तकरार को बीती हुई
कड़वाहटों को छोड़ कर पीछे कहीं
अपना-पराया भूल कर झगडे सभी
प्रेम की गढ लें इमारत इक नई
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