बेशक नई सुबह का,
गुण गान हम करें।
उगते हुए सूरज का भी,
मान हम करें।
जो लड़ रहा था रात से,
प्रभात के लिए,
उस दीप का भी दोस्तों,
सम्मान हम करें।
दीप पर्व पर हार्दिक अभिनन्दन एवम् शुभ-कामनाएँ
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(प्रस्तुत पंक्तियाँ, मालवा के लोकप्रिय और सुपरिचित कवि-गीतकार श्री सुरेश श्रोत्रिय ‘प्रवासी’ की हैं।)
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बहुत सुंदर --- आप सब को भी दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं और इस इश्वर से यही प्रार्थना है कि आने वाला नूतन वर्ष आप के हर प्रकार की खुशियां, खुशहालीयां एवं हरियालीयां लेकर आए और आप की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएं। ------आमीन !!!
ReplyDeleteसमझ का जलाएं दीप
ReplyDeleteसंवेदना की बाती से
सहयोग के घृत में भिगो आओ ,
हम सभी मनाएं उत्सव रौशनी का । * * * * * * * * * * * * * * * * * * जय हो , शुभ हो । - जसएकला
बहुत सुंदर! आपको भी दीपावली की शुभकामनाएं!
ReplyDeleteपल पल सुनहरे फूल खिले , कभी न हो कांटों का सामना !
ReplyDeleteजिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे , दीपावली पर हमारी यही शुभकामना !!