वे समस्त सज्जन इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ने के लिए तनिक समय निकाल लें जो भारतीय जीवन बीमा निगम के पालिसीधारक हैं और जिनकी पालिसी/पालिसियाँ बन्द (लेप्स) है/हैं, और जो अपनी पालिसी/पालिसियाँ चालू करवा कर बीमा सुरक्षा पुनः प्राप्त करने को उत्सुक हैं।
लेप्स पालिसियों को चालू कराने के लिए भा.जी.बी.नि. ने विशेष अभियान चलाया है जो 28 फरवरी को समाप्त हो जाएगा। इस अभियान के अन्तर्गत वे सभी पालिसियाँ पुनर्चलित (चालू) की जा सकेंगी जो अपनी पहली बकाया किश्त के दिनांक से सात साल की अवधि पार नहीं हुई हो और जो पेड वेल्यू अर्जित कर चुकी हों।
इस अभियान के अन्तर्गत, पालिसियों के पुनर्चलन के लिए दो स्तरों पर निम्नांकित विशेष, आकर्षक और उल्लेखनीय सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं-
पहली - बकाया किश्तों की रकम पर लगने वाले ब्याज की रकम पर 20 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। इस छूट की रकम की अधिकतम सीमा 10,000/- रुपये है।
यह छूट पूरी पालिसी अवधि में अधिकतम दो बार दी जाती है किन्तु तकनीकी कारणों से उपजी स्थिति के कारण यह सुविधा इस समय प्रत्येक पालिसी में उपलब्ध है, भले ही यह सुविधा दो बार पहले भी ली जा चुकी हो।
दूसरी - सामान्य स्थितियों में, पालिसियों के पुनर्चलन के समय माँगे जाने वाले, विभिन्न चिकित्सा परीक्षण न कराने की छूट, पुरुषों और महिलाओ को समान रूप से दी गई है।
इस छूट के अन्तर्गत -
(अ) 50 से 55 वर्ष के आयु समूह के पालिसीधारकों को 3,00,000/- रुपये बीमा धन तक
(ब) 56 से 60 वर्ष के आयु समूह के पालिसीधारकों को 1,00,000/- रुपये बीमा धन तक की पालिसियों को चालू कराने के लिए विशेष चिकित्सा परीक्षणों (यथा ई.सी.जी., फास्टिंग ब्लड शुगर आदि) से मुक्त कर दिया गया है और ऐसे पालिसीधारकों से केवल ‘स्वास्थ्य सम्बन्धी घोषणा-पत्र’ (अर्थात् डी.जी.एच. अर्थात् डिक्लेरेशन आफ गुड हेल्थ) लेकर पालिसियाँ पुनर्चलित कर दी जाएँगी।
किन्तु निम्नांकित पालिसियों पर, विशेष स्वास्थ्य परीक्षणों वाली यह छूट लागू नहीं होगी -
1. जीवन साथी (तालिका 89)
2. बीमा सन्देश (तालिका 94)
3. अनमोल जीवन और अनमोल जीवन-1 (तालिका 153 तथा 164)
4. जीवन श्री (तालिका 112)
5. जीवन मित्र (तालिका 88 तथा 133)
6. बीमा किरण (तालिका 111)
7. अमूल्य जीवन तथा अमूल्य जीवन-1 (तालिका 177 तथा 190)
8. आशा दीप तथा आशा दीप-1 ( तालिका 110 तथा 121)
9. जीवन आशा (तालिका 131)
विशेष चिकित्सा परीक्षणों से छूट की सुविधा, पुनर्चलन के लिए प्रस्तुत पालिसी/पालिसियों के सकल बीमा धन के आधार पर उपलब्ध कराई गई है। अर्थात् - यदि, 50 से 55 वर्ष के आयु वर्ग के किसी पालिसीधारक की, पुनर्चलित की जा रही बीमा पालिसी/पालिसियों का सकल बीमा धन तीन लाख रुपयों से अधिक है तो उसे, इस छूट की सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकेगी। उस दशा में उसे, पुनर्चलित की जा रही अपनी पालिसी/पालिसियों के सकल बीमा धन के आधार लगने वाले समस्त विशेष चिकित्सा परीक्षण करवा कर उनकी रिपोर्टें प्रस्तुत करनी पड़ेंगी।
इसे और अधिक स्पष्ट कर रहा हूँ-उपरोक्त उदाहरण वाले प्रकरण में यदि सकल बीमा धन चार लाख रुपये है तो उसे, चार लाख रुपये बीमा धन के लिए आवश्यक, समस्त विशेष चिकित्सा परीक्षण कराने पडेंगे। अन्यथा, ऐसे मामलों में लोग स्वतः ही धारणा बना लेते हैं कि तीन लाख रुपये बीमा धन की छूट के बाद, केवल एक लाख रुपये बीमा धन के लिए लगने वाले विशेष चिकित्सा परीक्षण कराए जाने चाहिए। कृपया ऐसी धारणा बनाने से बचें।
ब्याज की छूट वाली बात को दुहरा रहा हूँ - ब्याज की रकम में 20 प्रतिशत की छूट उपलब्ध कराई गई है। छूट की रकम की अधिकतम सीमा 10,000/- रुपये है और यह सुविधा समस्त पालिसियों में समान रूप से उपलब्ध है।
50 वर्ष की आयु के बाद बीमा कराने पर, बीमा धन के आधार पर कई विशेष चिकित्सा परीक्षण कराने पड़ते हैं और यदि उनके निष्कर्ष प्रतिकूल आते हैं तो या तो बीमा मिलता ही नहीं है या फिर अतिरिक्त प्रीमीयम के साथ (अर्थात् सामान्य से अधिक प्रीमीयम दर पर) मिलता है।
इस दृष्टि से, विशेष स्वास्थ्य परीक्षण कराए बिना, अपनी लेप्स पालिसी को चालू कराने का यह सुन्दर अवसर है। मेरे विचार से समस्त सम्बन्धितों को इसका लाभ उठाना ही चाहिए।
यदि आपका एजेण्ट 'अन्तर्ध्यान' हो गया है तो भी चिन्ता न करें और सीधे ही, अपनी पालिसी वाले शाखा कार्यालय से सम्पर्क करें। वहाँ आपको समुचित सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
पालिसी लेप्स होने से सर्वाधिक घाटा (आर्थिक रूप से, मानसिक रूप से और बीमा सुरक्षा न मिलने के रूप से भी) ग्राहक को ही होता है। अधिकांश लोग आलस्यवश अथवा अपने एतेण्ट से खिन्न/क्षुब्ध होकर अपनी पालिसी चालू नहीं कराते हैं। यह आत्मघाती मानसिकता है। यदि दुर्योगवश आप भी इसी मानसिकता में हैं तो कृपया इससे तत्क्षण उबरें और अपनी पालिसी अविलम्ब चालू करा लें। इसी में समझदारी भी है और फायदा भी।
पूर्वानुसार ही कृपया ध्यान दीजिएगा - ये मेरे व्यक्तिगत विचार हैं, भारतीय जीवन बीमा निगम के नहीं।
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इस ब्लाग पर प्रत्येक गुरुवार को जीवन बीमा से सम्बन्धित जानकारियाँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। (इस स्थिति के अपवाद सम्भव हैं।) आपकी बीमा जिज्ञासाओं/समस्याओं का समाधान उपलब्ध कराने का यथा सम्भव प्रयास करूँगा। अपनी जिज्ञासा/समस्या को सार्वजनिक न करना चाहें तो मुझे bairagivishnu@gmail.com पर मेल कर दें। आप चाहेंगे तो आपकी पहचान पूर्णतः गुप्त रखी जाएगी। यदि पालिसी नम्बर देंगे तो अधिकाधिक सुनिश्चित समाधान प्रस्तुत करने में सहायता मिलेगी। यह सुविधा पूर्णतः निःशुल्क है।
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प्रयास करेंगे कि यह जानकारी प्रभावित होने वालों को मिले. आभार.
ReplyDeleteउपयोगी जानकारी है। अब आप का ब्लाग जीवनबीमा के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियाँ उपलब्ध करवा रहा है। यह बहुत ही महत्व का काम है।
ReplyDeleteबढ़िया जानकारी प्रदान करने के लिए आभार
ReplyDeleteBahut bahut dhanyawad mujhe maargdarshan dene ke liye...
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